तुझे जीने को मिला है, उड़ने को मिला है,
जिस उम्र मैं ब्याह दी गई तेरी सारी सहेलियां,
वहाँ तुझे पढ़ने को मिला है,
जिस उम्र में झूमती सी फिरती रहती है,
सामने मेरे तेरी सहेली, एक नन्ही सी कली को थामें खड़ी है,

जिस सफर मैं सब थे नाराज़,
उस सफर मैं तुझे तेरी माँ का आँचल,
और पिता का सहारा मिला है,

जब सब थे तेरी उड़ान के खिलाफ,
जब सब छोड़ चुके थे साथ,
तब तुझे एक मौका दोबारा मिला है,
जीने का नया नज़रिया मिला है,
जाना पहचाना सा तुझे तेरा तरीका मिला है,

पर दूर है मंजिल तू उड़ते रहना,
अभी तुझे आसमानो से है जुड़ना